गुरु जी से एक भक्त की प्रार्थना

गुरु जी से एक भक्त की प्रार्थना

पंडोखर धाम की जय हो           गुरुवर आपको कोटि कोटि नमन       बारम्बार प्रणाम है आपको

 

गुरूजी आपसे एक प्रार्थना करने की कोशिश कर रहा हूँ आपके दरबार में जो भी आता है दीन दुखी आता है कुछ जाने अनजाने में पाप किए हुए आते है कुछ पाप ऐसे होते हैं जिन्हें हम सोचते हैं कि किसी को नही पता लगा और हम पाप करते जाते हैं लेकिन आज के समय में हर बच्चा और बड़ा जानता है कि इस पाप की सजा यहीं इसी जन्म में भोगनी है लेकिन फिर भी हम पाप गलत कृत्य कर रहे है, आप सबके सामने सबका लव किसका किसके साथ था है अभी चल रहा है यह बताते है, एक तो जो आपके दरबार में आ गया उसे मेरे हिसाब से आगे से कोई भी गलत काम दोबारा नही करना चाहिए, यदि आपको लगता है कोई ऐसा आगे चलकर कुछ गलत करने की भी सोचे तो उसे आप दरबार से ना जोड़े, गुरुदेव मैं भी कुछ हद तक कई पाप जाने अनजाने में कर चुका हूँ दो साल से आपके दरबार आने की सोचता हूँ बालाजी महाराज से प्रार्थना कर रहा हूँ गुरुदेव आपके दरबार आना कोई बड़ी बात नही है बड़ी बात है किस हिम्मत से आपके सामने बैठ कर अपनी परेशानी बताई जाये, जिस प्रकार आप सबकी पोल सबके सामने खोलते है वो परेशान व्यक्ति आपके दरबार में लज्जित हुआ और जो व्यक्ति आपके दरबार में बैठा है उसे चैनल पर बहुत से लोग देख रहे हैं हो सकता है कोई उसका रिश्तेदार भी देख रहा हो प्रभु जी आप त्रिकालदर्शी हैं आपके चरणों में बारम्बार वंदन है मैं अभी पंडोखर धाम नही आ सका हूँ मुझे मालूम है की हनुमान महाराज की कृपा और आपके आशीर्वाद से मैं पंडोखर धाम अवश्य ही आऊँगा, गुरुदेव आपको सभी गुरूजी मानते है और आप हैं भी,फिर मैं आपको गुरु क्यों ना मानू जब आप को गुरूजी मान लिया तो जो मन में प्रश्न आये तो आपसे प्रार्थना कर दी, गुरूजी मैं ही नही इस बात के लिए शायद और भी व्यक्ति संकोच करते हो, गुरुदेव कुछ ऐसा हो जाये हमें अपने किए हुए पापों का प्रायश्चित भी हो जाये और दंड भी मिल जाये लेकिन समाज में लज्जित ना होना पड़े,कुछ ऐसी व्यवस्था आप करने की कृपा करें

आपसे क्षमा मांगते हुए
आपका भक्त(प्रार्थी )
मनोज कुमार